“मेरे पिता नै मेरै ताहीं सब कुछ सौप्या सै, अर कोए बेट्टै ताहीं कोनी जाण्दा, सिर्फ पिता के अलावा, अर कोए पिता ताहीं कोनी जाण्दा, सिर्फ बेट्टे के अलावा, अर हरेक वो माणस जो परम पिता नै जाणे सै, जिसकै खात्तर बेट्टे नै उस ताहीं जाहिर करणा चाह्या सै।”
मेरे पिता नै मेरै ताहीं सब कुछ सौप दिया सै, अर किसे नै न्ही बेरा के बेट्टा कौण सै, सिवा पिता के, अर पिता कौण सै न्यू भी किसे नै कोनी बेरा सिवाए बेट्टे कै, अर वो जिसपै बेट्टा उस ताहीं जाहिर करणा चाहवै।
इब मै इस दुनिया म्ह कोनी रहूँगा, अर मै तेरे धोरै आऊँ सूं, पर ये दुनिया म्ह रहवैंगे, हे पवित्र पिता, अपणे नाम की शक्ति तै उनकी रुखाळ कर, जो तन्नै मेरै ताहीं दिया सै, ताके जिस तरियां मै अर तू एक सां, वे भी एक हो सकै।
जिब मै उनकै गेल्या था, तो मन्नै उन ताहीं तेरे नाम म्ह, जो तन्नै मेरै ताहीं दिया था, उनकी रुखाळ करी, अर उन म्ह तै किसे का नाश कोनी होया, सिवाए उसके जिस ताहीं खोणा जरूरी था, वो भी ज्यांतै के पवित्र ग्रन्थ म्ह जो लिख्या होड़ सच हो।
अर बिश्वास के कर्ता अर सिध्द करण आळे यीशु की ओड़ लखान्दे रहवां, उस आनन्द कै खात्तर जो बिश्वास म्ह मिलण आळा था, शर्म की कुछ परवाह न्ही करकै क्रूस का दुख सहया, अर परमेसवर कै सिंहासन कै सोळी ओड़ महिमामय जगहां जा बेठ्या।
पर हम यो देक्खां सां, के यीशु ताहीं कुछ बखत खात्तर सुर्गदूत्तां तै कम करया गया था, ताके परमेसवर के अनुग्रह तै वो हरेक किसे खात्तर मर सकै, क्यूँके उसनै दुख ठाया अर मर ग्या, इस करकै परमेसवर नै उस ताहीं महिमा अर सम्मान दिया।
क्यूँके जिब उसनै परमेसवर पिता तै आदर अर महिमा पाई जो के प्रतापमय महिमा सै, हमनै उस ताहीं यो कहन्दे सुणा, “यो मेरा प्यारा बेट्टा सै, जिसतै मै राज्जी सूं।” फेर हम उसकै गेल्या पवित्र पहाड़ पै थे, अर सुर्ग तै योए बोल आन्दे सुण्या।
अर जिब सातमै सुर्गदूत नै तुरही फूक्की, तो सुर्ग म्ह इस बारै म्ह बड़े-बड़े शब्द होण लाग्गे, के “दुनिया का राज्य म्हारै प्रभु का, अर उसके मसीह का होग्या सै, अर वो युगानुयुग राज्य करैगा।”