या चिट्ठी पौलुस अर तीमुथियुस की ओड़ तै सै, जो यीशु मसीह के दास सै, मै पौलुस कलीसिया के सारे पवित्र माणसां, अगुवां, अर सेवकां के नाम जो प्रभु यीशु मसीह म्ह होकै फिलिप्पी नगर म्ह रहवै सै।
इस कारण जिब मेरै तै और न्ही रहया गया, तो थारे बिश्वास का हाल जाणण कै खात्तर मन्नै तीमुथियुस ताहीं भेज्या, मन्नै डर था, के परखण आळे शैतान नै थारे ताहीं परख्या ना हो, अर म्हारी मेहनत बेकार ना होगी हो।
इस कारण मै जेळ म्ह इन दुखां नै भी सहूँ सूं, पर सरमान्दा कोनी, क्यूँके मै मसीह नै जाणु सूं, जिसपै मन्नै बिश्वास करया सै, अर मन्नै पक्का बिश्वास सै के मसीह मेरी उस धरोहर की रक्षा जिब तक करदा रहवैगा जिब तक के वो आ ना ले, क्यूँके वो भरोस्सेमंद सै।