क्यूँके यो महँगा खसबूदार तेल तो तीन सौ दीनार (तीन सौ दिन की मजदूरी) तै भी घणी किम्मत पै बेचकै कंगालां म्ह बांडया जा सकै था।” अर उस बिरबान्नी ताहीं झिड़कण लाग्गे।
जिब पौलुस अर बरनबास का उनतै घणा वाद-विवाद अर बहस होई तो यो फैसला लिया गया के पौलुस अर बरनबास अर उन म्ह तै कुछ माणस इस बात कै बारै म्ह प्रेरितां अर कलीसिया के अगुवां कै धोरै यरुशलेम नगर म्ह जावै।
उन दिनां म्ह जिब चेल्यां की गिणती घणी बधण लाग्गी, फेर यूनानी भाषा बोल्लण आळे यहूदी चेल्लें इब्रानी भाषा बोल्लण आळे यहूदी चेल्यां पै बिरड़ाण लाग्गे, के हरेक दिन पईसा अर खाणे के मामलै म्ह म्हारी बिधवायाँ की सुध कोनी ली जान्दी।
इब हे बिश्वासी भाईयो, मै थारे तै बिनती करुँ सूं, के जो माणस उस सच्ची शिक्षा कै उल्ट जो थमनै मिली सै, अर उन माणसां नै जो फूट गेरण अर ठेस लाग्गण का कारण बणै सै, उननै ताड़ लिया करो अर उनतै दूर रहो।
क्यूँके मन्नै इस बात का डर सै, कदे इसा ना हो के मै आकै जिसा चाहूँ सूं, उसाए थमनै पाऊँ; अर मन्नै भी जिसा न्ही चाहो सो उसाए पाओ; मन्नै इस बात का डर सै के ओड़ै झगड़ा, जळण, छो, उदासी, बिरोध, चुगली, घमण्ड अर बखेड़े ना हों;
ये तो बेसबरे, बड़बड़ाण आळे, अर अपणी मर्जिया कै मुताबिक लगातार बुरे काम करै सै, अर अपणे मुँह तै घमण्ड की बात बोल्लै सै, वे अपणे फायदे कै खात्तर चापलूस्सी की बात करै सै।