मै तो याए मन तै लालसा अर आस राक्खूँ सूं, के मै किसे बात म्ह शर्मिन्दा ना होऊँ, पर साहस कै साथ परमेसवर का वचन सुणा सकूँ, जिसा पैहले मन्नै सुण्या था, चाहे मै जिन्दा रहूँ या मरु, मसीह की बड़ाई मेरी देह के जरिये होन्दी रहवै।
बल्के थमनै खुद नै ए बेरा सै, के पैहल्या हमनै फिलिप्पी नगर म्ह दुख ठाया, के म्हारा नगर के माणसां नै सख्त बिरोध करया, अर परमेसवर नै म्हारै तै इसी हिम्मत देई, के हम परमेसवर का सुसमाचार घणे बिरोध्द होण के बावजूद भी थमनै सुणावां।
क्यूँके मै सुसमाचार सुणाऊँ सूं, जिसकै खात्तर मै भुन्डे़ काम करणीये की ढाळ दुख ठाऊँ सूं, उरै ताहीं के कैद भी सूं, पर कोए भी चीज परमेसवर का सुसमाचार प्रचार करण तै लोग्गां नै रोक न्ही सकदी।