जीवन की रोट्टी जो सुर्ग तै उतरी सै, मै सूं। जै कोए इस रोट्टी म्ह तै खावै, तो सारी हाण जिन्दा रहवैगा, अर जो रोट्टी मै दुनिया कै जीवन खात्तर दियुँगा, वो मेरा माँस सै।
पर हम यो देक्खां सां, के यीशु ताहीं कुछ बखत खात्तर सुर्गदूत्तां तै कम करया गया था, ताके परमेसवर के अनुग्रह तै वो हरेक किसे खात्तर मर सकै, क्यूँके उसनै दुख ठाया अर मर ग्या, इस करकै परमेसवर नै उस ताहीं महिमा अर सम्मान दिया।