“क्यूँके इन माणसां का मन मोट्टा होग्या सै, अर वे कान्ना तै ऊँच्चा सुणै सै, अर उननै अपणी आँख मूंद ली सै, कदे इसा ना हो के वे आँखां तै देक्खै, अर कान्ना तै सुणै अर मन तै समझै, अर पलट जावै, अर मै उननै ठीक करुँ।”
हे तीमुथियुस, वो सब कुछ करण म्ह सावधान रह, जो परमेसवर नै तेरे ताहीं दिया सै, अर अभगति, बेकूफी भरी बात, अर उस झूठ्ठी शिक्षा तै जो सच्ची शिक्षा के बिरोध म्ह सै, जिन ताहीं वे ज्ञान की बात कहवै सै, उनतै दूर रह।
क्यूँके जिब हमनै थारे ताहीं, अपणे प्रभु यीशु मसीह की सामर्थ अर बोहड़ण की खबर दी थी, तो हमनै श्याणपत तै गढ़ी होई कहाँनियाँ का सहारा कोनी लिया, बल्के हमनै आप ए उसकै प्रताप ताहीं देख्या था।