2 तीमुथियुस 3:10 - हरियाणवी10-11 पर तन्नै उपदेश, चाल-चलण, मनसा, बिश्वास, सहनशीलता, प्यार, धीरज, अर सताए जाण, अर दुख ठाण म्ह मेरा साथ दिया, अर इसे दुखां म्ह भी जो अन्ताकिया नगर अर इकुनियुम अर लुस्त्रा नगरां म्ह मेरै पै आण पड़े थे, अर दुसरे दुखां म्ह भी जो मन्नै ठाए सै, पर प्रभु नै मेरै ताहीं उन सारया तै छुटा लिया। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
जिसा के तू तीमुथियुस जाणै सै, इफिसुस नगर म्ह कई माणस सै जो झूठ्ठी शिक्षा देवै सै, वे माणसां ताहीं लगातार झूठ्ठी कहाणियाँ अर पूर्वजां की लम्बी वंशावलियाँ नै सिखावै सै, जिसा के मन्नै मकिदुनिया जान्दे बखत तेरे तै कह्या था, के इफिसुस नगर म्ह रहकै उन ताहीं कह के इसी शिक्षा ना देवै, जिब वे इसी शिक्षा देवै सै, तो माणसां म्ह विवाद पैदा होवै सै, इसका नतिज्जा यो सै के ये शिक्षक परमेसवर का काम न्ही करते जो परमेसवर नै उन ताहीं दिया सै, यो तो सिर्फ मसीह पैए बिश्वास करण के जरिये करया जा सकै सै।