अर भले काम म्ह आच्छी नाम्मी रही हो, जिसनै बाळकां का पालन-पोषण, मेहमानां की सेवा, परमेसवर के माणसां की सेवा, दुखियाँ की मदद करी हो, अर हरेक भले काम म्ह मन लगाया हो।
हे तीमुथियुस, वो सब कुछ करण म्ह सावधान रह, जो परमेसवर नै तेरे ताहीं दिया सै, अर अभगति, बेकूफी भरी बात, अर उस झूठ्ठी शिक्षा तै जो सच्ची शिक्षा के बिरोध म्ह सै, जिन ताहीं वे ज्ञान की बात कहवै सै, उनतै दूर रह।
इस्से तरियां जै कोए बिश्वासी अपणे-आपनै नै इन बुरी चिज्जां तै दूर कर लेवैगा, तो वो माल्लिक के उस उपयोगी बासण की तरियां होवैगा, जो खास मौक्का पै इस्तमाल करया जावै सै, वो पवित्र बण जावैगा, अर वो माल्लिक कै जरिये हरेक भले काम कै खात्तर इस्तमाल करया जावैगा।
जवान्नी की अभिलाषाओं तै दूर भाज्जो, अर उनकी संगति म्ह रहों जो धार्मिकता, बिश्वास, प्यार, अर शान्ति का सुभाव राक्खै सै, जो साफ मन तै परमेसवर नै पुकारै सै।
पर तन्नै उपदेश, चाल-चलण, मनसा, बिश्वास, सहनशीलता, प्यार, धीरज, अर सताए जाण, अर दुख ठाण म्ह मेरा साथ दिया, अर इसे दुखां म्ह भी जो अन्ताकिया नगर अर इकुनियुम अर लुस्त्रा नगरां म्ह मेरै पै आण पड़े थे, अर दुसरे दुखां म्ह भी जो मन्नै ठाए सै, पर प्रभु नै मेरै ताहीं उन सारया तै छुटा लिया।