या चिट्ठी मुझ यूहन्ना की ओड़ तै सै, जो कलीसिया का अगुवां सै, मै उस परमेसवर के जरिये चुणी गई बिरबान्नी अर उसके बाळकां के नाम या चिट्ठी लिखण लागरया सूं, जिनतै मै सच्चा प्यार करुँ सूं, अर सिर्फ मै ए न्ही बल्के वे सारे भी प्यार करै सै, जो सच्चाई नै जाणै सै।