अर वे मन पै काब्बू राक्खण आळी, पतिव्रता, घर का कामकाज सम्भाळण आळी, भली अर अपणे-अपणे धणी कै प्रति बिश्वास लायक हो, ताके कोए परमेसवर के वचन की बुराई ना कर सकै।
हे बिरबानियों, थम भी अपणे धणी कै अधीन रहो, अर जै थारे पिता परमेसवर के वचन पै बिश्वास करण तै मना करै सै, तो जिस तरियां थम उनतै बरताव करो सों, उसकी बजह तै थारे बिना कहे वे बिश्वास करैंगें, वो मसीह पै जिब बिश्वास करैंगें, जिब वो थारा शुद्ध अर भक्तिमय जीवन नै देक्खैंगे।