थारा इसके बारें म्ह के विचार सै? जै किसे माणस की सौ भेड़ हों, अर उन म्ह तै एक भटक जावै, तो के वो निन्यानवे ताहीं छोड़कै, अर पहाड़ां पै जाकै, उस भटकी होई नै कोनी टोहवैगा?
उननै सच्चाई पै बिश्वास करणा बन्द कर दिया सै, वे कहवै सै के परमेसवर नै पैहले ए मरे होए बिश्वासियाँ ताहीं अनन्त जीवन कै खात्तर जिन्दा करया था, इस करकै वे कुछ बिश्वासियाँ ताहीं कहवै सै, के मसीह पै बिश्वास ना करो।
क्यूँके देमास नै इस दुनिया की चिज्जां तै प्यार करया सै, अर मेरै ताहीं छोड़ दिया सै, अर वो थिस्सलुनीके नगर म्ह चल्या गया सै। क्रेसकेंस, गलातिया नगर की ओड़ चल्या गया अर तीतुस दलमतिया परदेस कान्ही चल्या गया सै।
क्यूँके भोत-से माणस सही शिक्षा के बिरुध्द खड़े होवैंगे, जो बेकार की बात सिखावै सै अर जो दुसरयां ताहीं धोक्खा देवै सै, उन म्ह तै कुछ लोग यहूदी सै जो बिश्वासी बणगे सै।