जाप्पै कै बखत बिरबान्नी नै दुख होवै सै, क्यूँके उसकै दुख का बखत आरया सै, पर जिब वा बाळक नै जन्म दे सै, तो इस खुशी तै, के दुनिया म्ह एक माणस पैदा होया, उस दुख नै फेर याद कोनी कर दी।
थम उन परमेसवर के खास बाळकां की सभा अर कलीसिया म्ह आये सों, जिनकै नाम सुर्ग म्ह लिक्खे होए सै, परमेसवर कै धोरै जो सब का न्यायी सै, सुर्ग म्ह धर्मी माणसां की आत्मायाँ खात्तर जो इब सिध्द करे गये सै।
तो हम माणस इसे महान् उद्धार नै अणदेखा करकै किस तरियां बच सकां सां? इस महान् उद्धार की पैहली बार प्रभु यीशु नै घोषणा करी थी, अर जिन चेल्यां नै उस ताहीं सुण्या, तो चेल्यां नै म्हारे ताहीं साबित करकै दिखा दिया के यो सच सै।
क्यूँके जिब परमेसवर नै उन सुर्गदूत्तां ताहीं जिननै पाप करया था, उन ताहीं माफ न्ही करया, पर उन ताहीं नरक म्ह भेजकै अँधेरे कुण्डां म्ह गेर दिया ताके न्याय कै दिन ताहीं कैदी रहवै।