मूसा के नियम-कायदे अर नबियाँ की किताब नै पढ़ण कै पाच्छै आराधनालय के सरदारां नै उनकै धोरै कहवां भेज्या, “हे भाईयो, जै आदमियाँ के उपदेश कै खात्तर थारे मन म्ह कोए बात हो तो कहो।”
हम उन बरगे कोनी जो परमेसवर के वचन नै पईसा खात्तर प्रचार करै सै; पर यो जाण सां के परमेसवर नै म्हारे ताहीं भेज्या सै अर मन की सच्चाई तै हम उसका वचन आज्ञाकारिता अर मसीह अधिकार तै सुणावां सां, यो जाणकै के परमेसवर म्हारे ताहीं देक्खै सै।
हमनै शर्मनाक अर गुप्त काम्मां ताहीं छोड़ दिया, अर ना चतुराई करते, अर ना परमेसवर कै वचन नै तोड़-मरोड़ के पेश करा सां। पर परमेसवर के वचन की सच्चाई नै माणसां के स्याम्ही जाहिर करां सां, ताके हरेक माणस परमेसवर के स्याम्ही या गवाही दे सकै सै, के यो सच सै।
थमनै बेरा सै के जिसा पिता अपणे बाळकां कै गेल्या बरताव करै सै, उस्से तरियां ए हम भी थारे म्ह तै हरेक ताहीं उपदेश देन्दे, अर शान्ति देन्दे, अर समझावां थे
क्यूँके जिब हमनै थारे ताहीं, अपणे प्रभु यीशु मसीह की सामर्थ अर बोहड़ण की खबर दी थी, तो हमनै श्याणपत तै गढ़ी होई कहाँनियाँ का सहारा कोनी लिया, बल्के हमनै आप ए उसकै प्रताप ताहीं देख्या था।