4 माणसे अजगरोन पूजा कोऱ्या, काहाकि चे चिल्ला काजे आपनु होक आप देदलु होतु, एने यो कोयीन चिल्लान पूजा कोऱ्या, “इना चिल्लान सारखो कून छे? कून इना पुठी लोळाय सोकतलु?”
तेरो चो मूय वादवान तारा काजे एक तिहाई काजे हापकीन धोरती पोर घाल देदू, चू अजगर तीना बायरोन सामने यो च्या होती उबरोय गोयू कि जेतार ची पुऱ्या काजे जोने ती तिना पुऱ्या काजे गिव जाय.
तीनाक तिना जोनावरोन मूर्तीमा जीव घालनेन होक आपाय गोयो कि चिल्लान मूर्ती बुलने बाज जाय, एने जोतरा माणसे तिना चिल्लान मूर्तीक पूजा नि कोरे, तीनाक छापू देवाळ देय.
बाकी माणसे जे तिना महामारीसी नि मोऱ्या, आपना हातोन कामोसी मोन नि फिराव्या, कि भुंडली आत्मान, एने सोनो एने चांदी एने पितोव एने दोगळान एने काठोन मूर्तीन पूजा नी कोरे यो नी देखे, नी सोमवे, नी चाल सोकतली छे.