9 सुदो काय छे? काय लखवा बिमारी वावा काजे यो कोयनो कि तारा पाप माफ होय गोया, कि ओसो कोयनो कि उठ आपनो खाटलो हाकलीन चाल फिर?
एने आखा सिरीया देसोमा तेरो काम पोसरी गोयो, एने माणसे आखा बिमारी वावा काजे, जी भाती भातीन बिमारी, एने दुखोमा घेरायला होता, एने जीनामा भुंडली आत्मा बी होता, एने फेपरा वावा एने लखवा बिमारी वावा काजे येसुनचा लाव्या एने तीनु काजे येसु वारू कोऱ्यु.
एने देख, काहनास माणसे लखवा बिमारी वावा काजे खाटला पोर मेकीन तेरेनचा आव्या येसु तिंदरू भुरसू देखीन तिना लखवा बिमारी वावा काजे कोयू, “हे पुऱ्या हिंमत धोर तारो पाप माफ होय गोया.”
सुधो काय छे, यो कोयनो, “तारा पाप माफ होय गोया,” नीती यो कोयनो, “उठ एने चाल फिर?”
बाकीन जीनासी तुमु जान लेवु कि माणसोन पुऱ्या काजे धोरती पोर पाप माफी कोरणेन बी होक छे चू तिना लखवा बिमारी वावा काजे कोयू,
येसु तेत्यारुत तेरी आत्मामा जान लेदू कि शास्त्री तिंदरा मोनोमा ओसा विचार कोरणे बाज रोया, एने तीनु काजे कोयू, तुमु तुमरा मोनोमा यु विचार काहा कोर रोया?
एने चू तिनी बायोर काजे कोयू, “तारा पाप माफ होय गया.”