9 तूँ उन मसीही सेबकन काहीं समझाबा, कि ऊँ अपने-अपने मालिकन के सगली बातन काहीं मानँय, अउर उनखे सगली बातन काहीं मानिके, उनहीं खुसी रक्खँय, अउर उनखे बातन के उल्टहाव न देंय।
एसे जइसन मसीही मन्डली, मसीह के अधीन ही, उहयमेर मेहेरिअव घलाय हरेक बात माहीं अपने-अपने मंसेरुअन के अधीन रहँय।