तीसर स्वरगदूत तुरही फूँकिन, अउर एकठे बड़ी भारी तरइया, जउन मसाल कि नाईं जरत रही हय, स्वरग से टूट, अउर नदिअन के एक तिहाई हिस्सा माहीं, अउर पानी के झिन्नन माहीं आय गिरी।
चउथ स्वरगदूत तुरही फूँकिन, अउर सुरिज के एक तिहाई हिस्सा, अउर जोंधइआ के एक तिहाई हिस्सा, अउर तरइअन के एक तिहाई हिस्सा माहीं बिपत्ती आइगे, इहाँ तक कि उनखर एक तिहाई हिस्सा माहीं अँधिआर होइगा, अउर दिन अउर रात के एक तिहाई हिस्सा माहीं घलाय अँधिआर होइगा।
काहेकि ऊँ घोड़न के सक्ती उनखे मुँहे, अउर उनखे पूँछन माहीं रही ही; एसे कि उनखर पूँछ साँपन कि नाईं रही हँय, अउर उनखे पूँछन माहीं मूँड़ घलाय रहे हँय, अउर उनहिन से ऊँ पंचे पीरा पहुँचाबत रहे हँय।