6 तब ऊँ सतहूँ स्वरगदूत जिनखे लघे सातठे तुरही रही हँय, उनहीं फूँकँइ के खातिर तइआर भें।
बिना खमीर के रोटी खाँइ बाले तेउहार के पहिलय दिन, चेला लोग यीसु के लघे आइके पूँछँइ लागें, कि “अपना कहाँ चाहित हएन, कि हम पंचे अपना के खातिर फसह के खाना के तइआरी करी?”
तब हम ऊँ सतहूँ स्वरगदूतन काहीं देखेन, जउन परमातिमा के आँगे ठाढ़ रहत हें, अउर उनहीं सातठे तुरही दीन गईं।