एसे, कि जइसन सगले मनई पिता परमातिमा के मान-सम्मान करत हें, उहयमेर लड़िका के घलाय मान-सम्मान करँय। जे कोऊ लड़िका के मान-सम्मान नहीं करय, उआ पिता परमातिमव के जे लड़िका काहीं पठइन हीं, मान-सम्मान नहीं करय।”
“हे प्रभू, अइसा कउन हय, जउन अपना से न डेरई, अउर अपना के नाम के बड़ाई न करी? काहेकि केबल अपनय पबित्र हएन। अउर सगले जातिअन के मनई आइके अपना के आँगे गोड़न गिरि हँय, काहेकि अपना के न्याय के काम प्रगट होइगे हँय।”
पय ऊँ हमसे कहिन, “देखा, अइसा न करा, काहेकि हम तोंहार, अउर तोंहरे भाई परमातिमा के सँदेस बतामँइ बालेन के, अउर इआ किताब के बातन काहीं मानँइ बालेन के संगी दास आहेन। तूँ केबल परमातिमय भर के गोड़न गिरा।”