तूँ पंचे अपने-अपने पापन से पस्चाताप किहे हया, इआ देखामँइ के खातिर हम तोंहईं पंचन काहीं पानी से बपतिस्मा देइत हएन, पय जउन हमरे बाद आमँइ बाले हें, ऊँ हमसे एतना महान हें; कि हम त उनखर पनहीं तक उठामँइ के काबिल नहिं आहेन, ऊँ तोंहईं पबित्र आत्मा अउर आगी से बपतिस्मा देइहँय।
यूहन्ना के तरफ से आसिया प्रदेस के सातव मसीही मन्डली के नाम। अउर उनखे तरफ से जउन हें, अउर जउन रहे हँय, अउर जउन आमँइ बाले हें; अउर उन सातँव आत्मन के तरफ से, जउन उनखे सिंहासन के आँगे हईं,
तब परमातिमा के जउन मन्दिर स्वरग माहीं हय, उआ खोला ग, अउर उनखे मन्दिर माहीं, उनखे करार के सन्दूख देखाई दिहिस, अउर बिजुली अउर बोल अउर गरजब अउर भुँइडोल भें, अउर बड़े-बड़े ओला गिरें।