एसे अगर कउनव मनई यीसु मसीह के ऊपर बिसुआस कइ लेत हय, त उआ नई रचना बन जात हय। अउर ओखे जीबन से पुरान बातँय चली जाती हईं, अउर ओखर नबा जीबन सुरू होइ जात हय।
अउर इआ बात “एक बेरकी पुनि” इआ बताबत ही, कि जउन चीजँय हलाई जाती हईं, ऊँ सब रचना कीन चीजँय होंइ के कारन नस्ट होइ जइहँय, कि जउने, जउन चीजँय हलाई नहीं जातीं, ऊँ अटल बनी रहँय।
पय प्रभू के दुसराय आमँइ के दिन, चोर कि नाईं अचानक आय जई, अउर उआ दिन भयंकर गरजन के साथ अकास हेराय जई, अउर अकास के सगली चीजँय, आगी माहीं जरिके नास होइ जइहँय। अउर इआ धरती, अउर एखे ऊपर के सगले काम जरि जइहँय।
ओखे बाद समुंद्र, ऊँ मरे मनइन काहीं जउन ओमा रहे हँय, दइ दिहिस, अउर मउत अउर अधोलोक, ऊँ मरे मनइन काहीं जउन उन माहीं रहे हँय, दइ दिहिन; अउर उनमा से हरेक के कामन के मुताबिक न्याय कीन ग।