काहेकि, ‘हे यरूसलेम सहर के मनइव तोंहरे ऊपर अइसन दिन अइहँय, कि तोंहार दुसमन चारिव कइती से यरूसलेम सहर काहीं घेर लेइहँय, अउर चारिव कइती से तोंहईं दबइहँय अउर परेसान करिहँय;
इआ देखिके, कि ऊँ पंचे, उहाँ नहीं रुकँइ देंय, उनखर चेला याकूब, अउर यूहन्ना कहिन, “हे प्रभू, अगर अपना के इच्छा होय, त हम पंचे परमातिमा से प्राथना करी, कि स्वरग से आगी गिरिके ईं सगले गाँव बालेन काहीं भसम कइदेय।”
अउर अगर कोऊ उनहीं नुकसान पहुँचामँइ चाहत हय, त उनखे मुँहे से आगी निकरिके उनखे बइरिन काहीं भसम कइ देत ही, अउर अगर कोऊ उनहीं नुकसान पहुँचामँइ चाही, त जरूर इहइमेर से मार डारा जई।