2 काहेकि उनखर निरनय सच्चे अउर न्यायपूर्न हें। अउर ऊँ उआ बड़ी बेस्या काहीं, जउन अपने ब्यभिचार से धरती काहीं भ्रस्ट करत रही हय, सजा दिहिन हीं, अउर ओसे अपने दासन के खून के बदला लिहिन हीं।”
ऊँ पंचे परमातिमा के दास मूसा के गीत, अउर मेम्ना के गीत गाय, गाइके कहत रहे हँय, “हे सर्बसक्तिमान प्रभू परमातिमा, अपना के काम महान अउर अचरज के हें; हे जाति-जाति के राजा, अपना के चाल ठीक अउर सच्ची हय।”
हे स्वरग, अउर हे सगले पबित्र मनइव, अउर यीसु के खास चेलव, अउर परमातिमा के सँदेस बतामँइ बालेव, ओखे ऊपर आनन्द करा, काहेकि परमातिमा न्याय कइके, ओसे तोंहार पंचन के बदला लिहिन हीं।”
काहेकि ओखे ब्यभिचार के भयानक मदिरा के कारन, सगली जाति गिर गई हँय, अउर धरती के सगले राजा ओखे साथ ब्यभिचार किहिन हीं, अउर धरती के बइपारी ओखे सुख-बिलास के बहुतायत के कारन धनमान भे हँय।”