5 काहेकि ओखे पापन के ढेर, स्वरग तक पहुँचिगा हय, अउर ओखर अधरम परमातिमा काहीं याद आइगे हँय।
एसे उआ बड़े सहर के तीन भाग होइगें, अउर हरेक जातिअन के सहर गिर परें; अउर बड़े बेबीलोन के स्मरन परमातिमा के इहाँ भ, कि ऊँ अपने क्रोध के जलजलाहट के मदिरा ओही पिआमँइ।