4 एखे बाद हम स्वरग से एकठे अउर बोल सुनेन, “हे हमार चुने मनइव, ओमा से निकर आबा, कि जउने तूँ पंचे ओखे पापन माहीं भागीदार न बना, अउर ओखे बिपत्तिन म से, कउनव तोंहरे ऊपर न आय परय।
बिना जाँचे-परखे कोहू काहीं मसीही मन्डली के अँगुआ बनामँइ के खातिर, जल्दबाजी माहीं हाँथ न रख्या, दुसरेन के पापन माहीं भागीदार न होया, बलकिन खुद काहीं पबित्र बनाए रह्या।