अउर जब अपना के गबाही देंइ बाले स्तिफनुस के खून बहाबा जात रहा हय, तब हमहूँ घलाय उहाँ ठाढ़ रहेन हँय, अउर इआ काम माहीं सहमत रहेन हँय, अउर उनखर कतल करँइ बालेन के ओन्हन के रखबारी करत रहेन हँय।’
अउर ऊँ पंचे मेम्ना के खून के कारन, अउर अपने गबाही के बचन के कारन, सइतान के ऊपर बिजयी भें हँय, अउर ऊँ पंचे अपने प्रानन काहीं पियार नहीं जानिन, इहाँ तक कि मउत घलाय सहि लिहिन।
अउर उआ दूसर खतरनाक जानबर काहीं, उआ खतरनाक जानबर के मूरत माहीं प्रान डारँइ के अधिकार दीन ग, कि खतरनाक जानबर के मूरत बोलँइ लागय; अउर जेतने मनई उआ खतरनाक जानबर के मूरत के अराधना न करिहँय, उनहीं मरबाय डारय।
अउर उआ खतरनाक जानबर काहीं इआ अधिकार दीन ग, कि पबित्र मनइन से लड़य, अउर उनसे जीत जाय, अउर ओही हरेक कुल, अउर लोग, अउर भाँसा, अउर जाति के ऊपर अधिकार दीन ग।
हम इआ त जानित हएन, कि तूँ उहाँ रहते हया, जहाँ सइतान के सिंहासन हय; अउर तूँ हमरे नाम माहीं बने रहते हया; अउर हमरे ऊपर बिसुआस करँइ से, उन दिनन माहीं पीछे नहीं हट्या, जउने माहीं हमार बिसुआस के काबिल गबाह अन्तिपास, तोंहरे पंचन के बीच माहीं, उआ जघा माहीं मार डारा ग, जहाँ सइतान रहत हय।