पय प्रभू हमरे साथ माहीं रहे हँय, अउर हमहीं सामर्थ दिहिन, जउने हमरे व्दारा खुसी के खबर के भरपूर प्रचार होइ सकय, जउने सगले गैरयहूदी लोग सुन लेंय; अउर परमातिमा हमहीं त सेर के मुँहे से छोड़ाइन हीं।
अउर तूँ पंचे सचेत होइके, हमेसा परमातिमा के बचन माहीं बने रहा, काहेकि तोंहार बइरी सइतान, गरजँय बाले सेर कि नाईं, हमेसा इआ खोज माहीं रहत हय, कि केही परमातिमा के बचन से भटकाय देई।
अउर ऊँ पंचे अजिगर के अराधना किहिन, काहेकि उआ खतरनाक जानबर काहीं आपन अधिकार दइ दिहिस रहा हय, अउर इआ कहिके अराधना किहिन, कि “इआ खतरनाक जानबर के समान को हय? एसे को लड़ि सकत हय?”
हम इआ त जानित हएन, कि तूँ उहाँ रहते हया, जहाँ सइतान के सिंहासन हय; अउर तूँ हमरे नाम माहीं बने रहते हया; अउर हमरे ऊपर बिसुआस करँइ से, उन दिनन माहीं पीछे नहीं हट्या, जउने माहीं हमार बिसुआस के काबिल गबाह अन्तिपास, तोंहरे पंचन के बीच माहीं, उआ जघा माहीं मार डारा ग, जहाँ सइतान रहत हय।