18 ग्यान एहिन माहीं हय, जेखे बुद्धी होय, उआ इआ खतरनाक जानबर के नाम के संख्या जोड़ लेय, काहेकि उआ संख्या मनई के नाम से सम्बन्धित ही, अउर ओखर संख्या छय सव छेंछठ ही।
अउर हम आगी से मिले सीसा कि नाईं, एकठे समुंद्र देखेन; अउर जउन मनई उआ खतरनाक जानबर के ऊपर, अउर ओखे मूरत के ऊपर, अउर ओखे संख्या के ऊपर बिजयी भे रहे हँय, उनहीं पंचन काहीं उआ सीसा के समुंद्र के लघे, परमातिमा के बीना काहीं लए ठाढ़ देखेन।
एसे अगर हमार पंचन के अधारमिकता परमातिमा के धारमिकता सिद्ध करत ही, त हम पंचे का कही? का इआ कि परमातिमा जउन हमहीं पंचन काहीं सजा देत हें, त का ऊँ अन्याय करत हें? (इआ त हम एकठे साधारन मनई कि नाईं कहित हएन।)