मनई के लड़िका अपने स्वरगदूतन काहीं पठइहँय, अउर ऊँ पंचे उनखे राज म से ऊँ सगलेन काहीं जउन दुसरे मनइन काहीं पाप करँइ के खातिर उकसाबत हें, अउर कुकर्मिन काहीं घलाय एकट्ठा करिहँय।
हम ईं सगली बातन काहीं एसे कहित हएन, कि जब मनई के लड़िका, अपने पिता परमातिमा के महिमा माहीं, स्वरगदूतन के साथ अइहँय, उआ समय, ‘ऊँ हरेक जन काहीं उनखे कामन के मुताबिक प्रतिफल देइहँय।’
अउर ऊँ तुरही के खुब तेज अबाज के साथ अपने स्वरगदूतन काहीं पठइहँय, अउर ऊँ पंचे अकास के एक छोर से दुसरे छोर तक, चारिव दिसन से उनखे चुने मनइन काहीं एकट्ठा करिहँय।”
अउर इहव बात ही, कि जउन हमहीं एतने भारी प्रकासन मिले हँय, त हम उनखे कारन घमन्ड से फूल न जई। एसे हमरे देंह माहीं एकठे काँटा छेदा ग हय, अरथात सइतान के एकठे दूत हमहीं कस्ट देत रहत हय, जउने हम घमन्ड से फूल न जई।
काहेकि हमार पंचन के लड़ाई खून अउर माँस अरथात कउनव मनई से नहिं आय, बलकिन हमार पंचन के लड़ाई सइतान अउर ओखे बुरी आत्मन से हय, जउन इआ संसार माहीं राज करत हय, अउर हम पंचे अकास माहीं रहँइ बाली बुरी आत्मन के सक्तिन के साथ लड़ि रहेन हय।
काहेकि परमातिमय सब कुछ बनाइन हीं, अउर सब कुछ उनहिन के आय, अउर उनहीं इआ निकहा लाग, कि जब ऊँ खुब लड़िकन काहीं अपने महिमा माहीं पहुँचामँइ, त उनहीं पंचन काहीं मुक्ती देंइ बाले यीसु काहीं दुख भोगँइ के द्वारा सिद्ध करँय।
पय इहाँ तक, कि प्रधान स्वरगदूत मीकाईल घलाय, जब सइतान से मूसा नबी के लहास के बारे माहीं बहँस करत रहे हँय, तब ऊँ सइतान काहीं भला-बुरा कहिके, ओखे ऊपर दोस लगामँइ के हिम्मत नहीं किहिन; बलकिन एतनय कहिन, कि “प्रभू तोही डाँटँय।”
अउर उआ खतरनाक जानबर काहीं इआ अधिकार दीन ग, कि पबित्र मनइन से लड़य, अउर उनसे जीत जाय, अउर ओही हरेक कुल, अउर लोग, अउर भाँसा, अउर जाति के ऊपर अधिकार दीन ग।