ओखे बाद हमरे पंचन म से जेतने जिन्दा बचे रहब, उनहिन के साथ बदरिन माहीं उठाय लीन जाब, कि प्रभू से अकास माहीं मिली, अउर इआमेर से हम पंचे हमेसा प्रभू के साथ रहब।
अउर उआ मेहेरिआ के लड़िका भ, जउन लोहे के राजदन्ड लए, सगले जातिअन के ऊपर राज करँइ बाला रहा हय, अउर उआ लड़िका एकाएक परमातिमा के लघे, अउर उनखे सिंहासन के लघे उठाइके पहुँचाय दीन ग।
ईं बातन के बाद, जब हम नजर उठाइके देखेन, त का देखित हएन, कि स्वरग माहीं एकठे दुअरा खुला हय; अउर जेही हम पहिले तुरही कि नाईं अबाज से, अपने साथ बातँय करत सुने रहेन हय, उँइन कहत हें, कि “इहाँ ऊपर आय जा, अउर हम ऊँ बातँय तोंहईं देखाउब, जिनखर ईं बातन के बाद पूर होब जरूरी हय।”