“एसे जब तूँ पंचे उआ भयानक अउर बिनास करँइ बाली चीज काहीं, मन्दिर के पबित्र जघा माहीं ठाढ़ देख्या, जेखे के बारे माहीं दानिय्येल नबी बखान किहिन रहा हय।” (अउर पढ़ँइ बाला समझ लेय, कि एखर मतलब का हय)
अउर तूँ पंचे कउनमेर के समय माहीं जि रहे हया, ओही पहिचान ल्या, अउर इआ जानिल्या, कि तोंहरे पंचन के खातिर, अपने नींद से जाग उठँय के समय आइगा हय, काहेकि जब हम पंचे बिसुआस किहेन तय, ओखे मुताबिक परमातिमा के द्वारा आखिरी मुक्ती पामँइ के समय नेरे आइगा हय।