इफिसुस के मसीही मन्डली के दूत काहीं इआ लिखा, कि “जउन सातँव तरइया अपने दहिने हाँथ माहीं लए हें, अउर सोने के सातँव दीबटन के बीच माहीं चलत फिरत हें, ऊँ इआ कहत हें, कि
ईं बातन के बाद, जब हम नजर उठाइके देखेन, त का देखित हएन, कि स्वरग माहीं एकठे दुअरा खुला हय; अउर जेही हम पहिले तुरही कि नाईं अबाज से, अपने साथ बातँय करत सुने रहेन हय, उँइन कहत हें, कि “इहाँ ऊपर आय जा, अउर हम ऊँ बातँय तोंहईं देखाउब, जिनखर ईं बातन के बाद पूर होब जरूरी हय।”