फिलिप्पियन 2:20 - Bagheli Bible20 काहेकि हमरे लघे इनखे सुभाव कि नाईं अउर कउनव मनई नहिं आय, जउन तोंहरे भलाई के खातिर सच्चे मन से चिन्ता करत होय। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
चाह कुछू होय, पय तूँ हमरे सिच्छा के पालन किहा हय, हमरे चाल-चलन, हमरे जीबन के लच्छ, मनइन काहीं परमातिमा के बचन सुनाउब रहा हय, हमार मसीह के ऊपर बिसुआस, हरेक मेर के बातन काहीं सहँइ के हमार छमता, कइसन हम सगले लोगन के साथ धीरज अउर प्रेम से रहेन, अउर तूँ हमरे सताए जाँय, अउर दुख-मुसीबत माहीं हमार मदत किहा हय।