5 काहेकि उनखर भाइव उनखे ऊपर बिसुआस नहीं करत रहे आहीं।
जब उनखे परिबार बाले इआ सुनिन, तब ऊँ पंचे यीसु काहीं पकड़िके लइ आमँइ के खातिर निकर परें; काहेकि ऊँ पंचे कहत रहे हँय, कि यीसु के दिमाक ठीक नहिं आय।
पय जब उनखर भाई तेउहार मनामँइ चलेगें, तब ऊँ घलाय तेउहार मनामँइ गें, पय लुके-लुके गें, कोऊ जाने नहीं पाइस।
एसे यीसु के सगले भाई उनसे कहिन, अपना काहीं इआ जघा छोंड़िके यहूदिया प्रदेस माहीं चले जाँइ चाही, जउने अपना जउन काम करित हएन, उनहीं अपना के चेलव देखँइ।
जब यीसु भीड़ के मनइन से ईं बातँय करतय रहे हँय, कि तबहिनय उनखर महतारी अउर भाई लोग बहिरे ठाढ़ भें, अउर ऊँ पंचे यीसु से बात करँइ चाहत रहे हँय।
काहेकि अइसा कोऊ मनई न होई, जउन मसहूर होंइ चाहय, अउर लुकिके काम करय: अगर अपना अचरज के काम करित हएन, त संसार के मनइन के आँगे खुद काहीं प्रगट करी।