1 एखे बाद यीसु गलील प्रदेस माहीं घूमत रहिगें, काहेकि यहूदी लोग यीसु काहीं मार डारँइ के कोसिस करत रहे हँय, एसे ऊँ यहूदिया प्रदेस माहीं नहीं घूमँइ चाहत रहें।
जब ऊँ पंचे तोंहईं पंचन काहीं एक सहर माहीं सतामँइ लागँय, त दुसरे सहर माहीं भाग जया। हम तोंहसे सही कहित हएन, कि तूँ पंचे इजराइल देस के सगले सहरन माहीं न जाए पइहा, कि मनई के लड़िका दुबारा आय जई।
पय किसान लोग उनखे लड़िका काहीं देखिके आपस माहीं कहिन, कि ‘इहय त बगिया के बारिसदार आय, चला, हम पंचे एही मारि डारी, जउने एखर अधिकार हमहीं पंचन काहीं मिल जाय।
यीसु के इआ बात क सुनिके प्रधान याजक लोग, अउर मूसा के बिधान सिखामँइ बाले, यीसु काहीं मारि डारँइ के मोका ढूढ़ँय लागें; काहेकि ऊँ सगले जने यीसु से डेरातव रहे हँय, एसे कि खुब मनई यीसु के सिच्छा काहीं सुनिके चउआय जात रहे हँय।
जब यरूसलेम सहर के कुछ यहूदी समाज के धारमिक अँगुआ लोग इआ जानँइ के खातिर कि यूहन्ना बपतिस्मा देंइ बाले को आहीं, याजकन अउर मन्दिर माहीं सेबा करँइ बाले लेबी लोगन काहीं पठइन, तब ऊँ पंचे यूहन्ना बपतिस्मा देंइ बाले के लघे जाइके पूँछिन, कि तूँ को आह्या।
काहेकि मूसा नबी तोंहईं परमातिमा के बिधान दिहिन हीं? तऊ तोंहरे पंचन म से कोऊ मूसा के बिधान के मुताबिक नहीं चलय, तूँ पंचे काहे हमहीं मारि डारँय चहते हया?”
अउर परमातिमा कउनमेर से नासरत सहर माहीं, रहँइ बाले यीसु काहीं पबित्र आत्मा अउर सामर्थ से अभिसेक किहिन तय, अउर ऊँ भलाई के काम करत, अउर सगलेन काहीं जउन सइतान के सताए रहे हँय, उनहीं नीक करत चारिव कइती घूमत फिरत रहिगें; काहेकि परमातिमा उनखे साथ रहे हँय।