जब ऊँ पंचे तोंहईं पंचन काहीं एक सहर माहीं सतामँइ लागँय, त दुसरे सहर माहीं भाग जया। हम तोंहसे सही कहित हएन, कि तूँ पंचे इजराइल देस के सगले सहरन माहीं न जाए पइहा, कि मनई के लड़िका दुबारा आय जई।
एसे यीसु उहय समय से यहूदी लोगन के बीच माहीं खुले आम नहीं गें; बलकिन यरूसलेम सहर से निकरिके सुनसान जघा के लघेन इफ्राईम नाम के सहर माहीं चलेगें; अउर अपने चेलन के साथ उहँय रहँइ लागें।
जब ऊँ इआ सुनिन कि यीसु यहूदिया प्रदेस से गलील प्रदेस माहीं आइगें हँय, तब उनखे लघे गें, अउर उनसे बिनती कइके कहँइ लागें, कि अपना चलिके हमरे लड़िका काहीं नीक कइ देई: काहेकि उआ खुब बिमार रहा हय, लागत रहा हय कि मर जई।
एखे बाद यीसु गलील प्रदेस माहीं घूमत रहिगें, काहेकि यहूदी लोग यीसु काहीं मार डारँइ के कोसिस करत रहे हँय, एसे ऊँ यहूदिया प्रदेस माहीं नहीं घूमँइ चाहत रहें।