फसह नाम के तेउहार से पहिलेन जब यीसु जान लिहिन, कि इआ संसार काहीं छोंड़िके, पिता के लघे जाँइ के हमार समय आइगा हय, त ऊँ अपने प्रेम करँइ बालेन से जउन संसार माहीं रहे हँय, उनसे जइसन प्रेम करत रहे हँय, आखिरी समय तक उहयमेर प्रेम करत रहिगें।
ईं बातन काहीं यीसु मन्दिर माहीं उपदेस देत समय भन्डार घर माहीं कहिन तय, अउर कोऊ उनहीं पकड़ नहीं सकें; काहेकि पकड़े जाँइ, अउर मारे जाँइ के उनखर समय अबे नहीं आबा रहा आय।
एसे अब से हम पंचे कउनव मनई काहीं संसारिक नजर से न देखब, काहेकि एक समय हमहूँ पंचे मसीह काहीं संसारिक नजर से देखत रहे हएन। तऊ अब से हम पंचे मसीह काहीं संसारिक नजर से न देखब।