तब राजा उनहीं जबाब देइहँय, कि ‘हम तोंहसे सही कहित हएन, कि तूँ पंचे हमरे ईं छोट से छोट भाई-बहिनिन म से अगर कोहू के साथ अइसन किहा हय, त उआ हमरेन साथ किहा हय’।”
अउर तब ऊँ उनहीं इआ जबाब देइहँय, कि ‘हम तोंहसे सही कहित हएन, कि तूँ पंचे हमरे ईं छोट से छोट भाई-बहिनिन म से कोहू के साथ अइसन नहीं किहा, त उआ हमरे साथ घलाय नहीं किहा आय।’
एखे बाद जब यीसु मरे के बाद पुनि जिन्दा होइगें, तब उनखे चेलन काहीं सुधि आई, कि ऊँ इआ कहिन रहा हय, अउर ऊँ पंचे उनखे बारे माहीं पबित्र सास्त्र माहीं लिखे बचन, अउर उआ बचन के जउन यीसु कहिन तय, बिसुआस किहिन।
इआ बात यीसु समौन इस्करियोती के लड़िका यहूदा के बारे माहीं कहिन तय, काहेकि उआ यीसु के खिलाफ होइके उनहीं धोखा देंइ बाला रहा हय, अउर उहव उन बरहँव चेलन म से रहा हय।
अउर जब उनसे मिलें तब उनहीं अन्ताकिया सहर माहीं लइ आएँ, अउर अइसन भ कि ऊँ पंचे एक बरिस तक मसीही मन्डली के मनइन से मिलत-जुलत, अउर खुब मनइन काहीं उपदेस देत रहिगें, अउर अन्ताकिया सहर माहीं सगलेन से पहिले यीसु के चेला लोग मसीही कहाए।
जब तक कउनव मेहेरिआ के मंसेरुआ जिन्दा रहत हय, तब तक उआ काज के बन्धन माहीं ओसे बँधी रहत ही; पय अगर ओखर मंसेरुआ मरि जाय, त उआ जेसे चाहय ओसे काज कइ सकत ही, पय केबल बिसुआसी के साथ।
अउर काज-बिआह सबके बीच माहीं मान-सम्मान के बात समझी जाय, अउर उनखर बिछउना निस्कलंक होंइ चाही, अरथात जिनखर बिआह होत हय, उनहीं पबित्र होंइ चाही, काहेकि परमातिमा ब्यभिचारिन, अउर दुसरे के मेहेरिआ के साथ नजायज सम्बन्ध बनामँइ बालेन के न्याय करिहँय।