तऊ हमरे पंचन के खातिर एकयठे परमातिमा हें, जउन संसार के सगली चीजन काहीं बनाइन हीं, अउर हम पंचे उनहिन के महिमा के खातिर जिन्दा हएन, अउर हमरे पंचन के एकयठे प्रभू हें, अरथात यीसु मसीह जिनखे द्वारा सगली चीजँय बनाई गई हँय, अउर हमहूँ पंचे घलाय उनहिन के द्वारा जीबन पाएन हँय।
हम पंचे परमातिमा के ऊपर बिसुआस करित हएन, एहिन से इआ बात काहीं जाने पाएन हय, कि परमातिमा अपने बचन के द्वारा संसार काहीं बनाइन हीं। पय जउन कुछू हम पंचे देखित हएन, उनहीं परमातिमा देखाँइ बाली चीजन से नहीं बनाइन आय।
जे कोऊ इआ बिसुआस करत हय, कि यीसुअय मसीह आहीं, त उआ परमातिमा के सन्तान बन जात हय, अउर जे कोऊ पिता परमातिमा से प्रेम करत हय, त उआ उनखे सन्तानन से घलाय प्रेम करत हय।
अउर लौदीकिया के मसीही मन्डली के दूत काहीं इआ लिखा, कि “जउन आमीन, अउर बिसुआस के काबिल, अउर सच्चे गबाह हें, अउर परमातिमा के स्रस्टी के मूल कारन आहीं, ऊँ इआ कहत हें, कि
“हे हमार पंचन के प्रभू, अउर परमातिमा, अपनय महिमा, अउर मान-सम्मान, अउर सामर्थ के काबिल हएन; काहेकि अपनय सगली चीजन काहीं बनाएन हय, अउर ऊँ अपनय के मरजी से बनाई गे रही हँय, अउर बनाई गई हँय।”