अउर उँइन यीसु मसीह के द्वारा बिसुआस के कारन उआ किरपा माही हम पंचे बने हएन, अउर उनखे लघे तक हमार पंचन के पहुँच होइगे ही, अउर परमातिमा के जउन महिमा हमहीं पंचन काहीं मिलँइ के पूर आसा ही, ओमाहीं आनन्द मनाइत हएन।
जउन मनई यीसु मसीह के ऊपर बिसुआस करत हें, उनहीं परमातिमा अपने नजर माहीं निरदोस बनाबत हें, एमाहीं कुछू भेदभाव नहिं आय, इआ मुक्ती उन सगलेन के खातिर आय, जउन यीसु मसीह के ऊपर बिसुआस करत हें।
पय मसीह लड़िका कि नाईं, उनखे घर के अधिकारी आहीं, अउर उनखर घर हम पंचे आहेन, अगर हम पंचे साहस माहीं, अउर अपने आसा के घमन्ड माहीं, अन्त तक मजबूती के साथ बने रही।
काहेकि मसीह घलाय हमरे पंचन के पापन के बदले माहीं, दुख उठाइन हीं, अरथात ऊँ निरदोस रहे हँय, तऊ हम पंचे जउन पापी रहेन हँय, हमरे खातिर एक बेरकी मरिगें, कि जउने हमहीं पंचन काहीं परमातिमा के लघे लइ आमँय। मसीह सारीरिक रूप से त मारे गें, पय आत्मिक रूप से जिआय दीनगें।
एसे हे पियार लड़िकव, मसीह माहीं बने रहा; कि जब ऊँ प्रगट होंय, त हमहीं पंचन काहीं साहस होय, अउर जब यीसु मसीह दुसराय आमँय, त उनखे आँगे हमहीं पंचन काहीं सरमिन्दा न होंय परय।