13 अगर हम पंचे बिसुआस के काबिल न रही, तऊ परमातिमा बिसुआस के काबिल बने रहत हें, काहेकि परमातिमा जउन वादा करत हें, ओही जरूर पूर करत हें, ऊँ कबहूँ नहीं बदलँय।
अकास अउर धरती टर जइहँय, पय हमार कही बातँय कबहूँ न टरिहँय।”
पय अगर उनमा से कुछ जने बिसुआस घात करँइ बाले निकरिगें, त का भा? उनखे बिसुआस घात करँइ के कारन परमातिमा के सच्चाई का झूँठ होइ सकत ही?
पय अइसा नहिं आय कि परमातिमा आपन बचन पूर नहीं किहिन, काहेकि जेतने इजराइल के बंस के हें, उनमा से सगले जने परमातिमा के चुने न होंहीं।
परमातिमा बिसुआस के काबिल हें, अउर ऊँ तोहईं पंचन काहीं अपने लड़िका अरथात हमरे पंचन के प्रभू यीसु मसीह के संगति माहीं बोलाइन हीं।
काहेकि परमातिमा जउन तोंहईं बोलाइन हीं, सच्चे हँय, अउर ऊँ अइसनय करिहँय।
पय प्रभू बिसुआस के काबिल हें; ऊँ तोंहईं मजबूती से स्थिर करिहँय, अउर उआ दुस्ट से बचाइके सुरच्छित रखिहँय।
हम उआ अनन्त जीबन मिलँइ के आसा कए हएन, जउने काहीं देंइ के वादा परमातिमा, जउन कबहूँ लबरी नहीं बोलँइ, दुनिया के बनामँइ से पहिले किहिन हीं।
अउर परमातिमा के कबहूँ न बदलँइ बाली ऊँ दुइठे बातँय, अरथात “कसम” अउर “वादा” के द्वारा हमहीं पंचन काहीं इआ पता चलत हय, कि “परमातिमा कबहूँ झूँठ साबित होइन नहीं सकँय।” एसे हमार पंचन के साहस अउर मजबूत होइ जात हय, अउर हम पंचे जउन उनखे सरन माहीं दउड़े चले आएन हँय, कि उआ आसा काहीं पाई, जउन आँगे धरी हय।