हे भाई-बहिनिव, कहँव अइसा न होय, कि तूँ पंचे अपने-आप काहीं बुद्धिमान समझ ल्या, एसे हम चाहित हएन, कि तूँ पंचे इआ भेद काहीं जानिल्या, कि परमातिमा के राज माहीं गैरयहूदी लोग जब तक पूरी तरह से प्रबेस न कइ लेइहँय, तब तक इजराइली लोगन म से कुछ जने अइसय कठोर बने रइहँय।
हे भाई-बहिनिव, हम इआ चाहित हएन, कि तूँ पंचे इआ बात जानिल्या, कि हमार पंचन के बाप-दादा बदरी के नीचे सुरच्छित रहत रहे हें, अउर ऊँ सगले जने लाल समुंद्र के बीचय-बीच चलिके पार होइगें;