4 अउर कइहँय, कि प्रभू के दुसराय आमँइ के वादा कहाँ चला ग? काहेकि जब से सगले बाप-दादा इआ दुनिया से चलेगें, तब से अबे तक सब कुछ उहयमेर हय, जइसन इआ संसार के सुरुआत से रहा हय?
हम ईं सगली बातन काहीं एसे कहित हएन, कि जब मनई के लड़िका, अपने पिता परमातिमा के महिमा माहीं, स्वरगदूतन के साथ अइहँय, उआ समय, ‘ऊँ हरेक जन काहीं उनखे कामन के मुताबिक प्रतिफल देइहँय।’
हम तोंहसे सही कहित हएन, कि जउन इहाँ ठाढ़ हें, उनमा से कुछ जने अइसन हें, कि जब तक मनई के लड़िका काहीं, राज करँइ के खातिर आबत न देख लेइहँय, तब तक बेलकुल न मरिहँय।”
जब हम पंचे अपने प्रभू यीसु मसीह के दुसराय आमँइ के समय उनखे आँगे ठाढ़ होब, त तोंहईं पंचन काहीं छोंड़, हमार पंचन के आसा, आनन्द, अउर बड़ाई के मुकुट अउर का होइ सकत हय?
अउर तोंहईं पंचन काहीं परमातिमा के उआ दिन के इन्तजार करँइ चाही, अउर प्रभू के काम करत, उआ दिन काहीं हरबी लइ आमँइ के खातिर कोसिस करँइ चाही। काहेकि उआ दिन के अउतय अकास, आगी के लपटन माहीं जरि जई, अउर अकास के तरइया ओखे आँच से पिघल जइहँय।
अउर लौदीकिया के मसीही मन्डली के दूत काहीं इआ लिखा, कि “जउन आमीन, अउर बिसुआस के काबिल, अउर सच्चे गबाह हें, अउर परमातिमा के स्रस्टी के मूल कारन आहीं, ऊँ इआ कहत हें, कि