अउर प्रभू अइसन करँय, कि जइसन प्रेम हम पंचे तोंहसे रक्खित हएन; उहयमेर तोंहरव प्रेम आपस माहीं एक दुसरे के साथ, अउर सगले मनइन के साथ बढ़य, अउर मजबूत होत जाय।
अउर सचेत रहा कोऊ, कोहू के साथ बुराई के बदले बुराई न करा, बलकिन हमेसा भलाई करँइ के खातिर तइआर रहा, अपसय माहीं भर नहीं, बलकिन सगले मनइन के साथ भलाई करँइ के कोसिस करा।
हम पंचे जानित हएन, कि मउत के बन्धन से पार होइके अनन्त जीबन पाएन हय; काहेकि हम पंचे अपने भाई-बहिनिन से प्रेम रक्खित हएन, जे कोऊ प्रेम नहीं रक्खय, उआ मउत के दसा माहीं रहत हय।
यीसु मसीह हमरे पंचन के खातिर आपन प्रान दइ दिहिन हीं, एहिन से हम पंचे जानित हएन, कि प्रेम का आय? हमहीं पंचन काहीं घलाय अपने भाई-बहिनिन के खातिर, आपन प्रान नेउछाबर कइ देंइ चाही।