अउर हप्ता के पहिल दिन, तोंहरे पंचन म से हरेक जन अपने-अपने कमाई के मुताबिक, अपने लघे कुछ पइसा बचाइके रक्खा करय, कि जउने जब हम तोंहरे लघे अई, तब दान एकट्ठा न करँइ परय।
काहेकि अगर हम अपने मरजी से इआ काम करित हएन, त इनाम पामँइ के हकदार हएन, पय अगर अपने मरजी से नहीं करी, तऊ खुसी के खबर के प्रचार करँइ के जबाबदारी हमहीं सउँपी गे ही।
अउर उहयमेर हम पंचे तोंहऊँ से ममता के कारन, न केबल परमातिमा के खुसी के खबर के खातिर, बलकिन तोंहरेव खातिर, आपन-आपन प्रान देंइ के खातिर तइआर रहे हएन, एसे कि तूँ पंचे हमहीं पंचन काहीं खुब पियार होइ गया तय।
अउर अगर कोऊ बोलत हय, त अइसन बोलय मानो परमातिमा के बचन आय; अगर कोऊ सेबा करय; त उआ सक्ती से करय जउन परमातिमा ओही देत हें; जउने हरेक बातन माहीं यीसु मसीह के द्वारा परमातिमा के बड़ाई होय, काहेकि बड़ाई अउर अधिकार जुग-जुग तक उनहिन के आय। आमीन।
कि परमातिमा के उआ झुन्ड के रखबारी करा, जउन तोंहईं पंचन काहीं सउँपा ग हय, अउर इआ काम कउनव दबाव से नहीं, बलकिन परमातिमा के मरजी के मुताबिक, बड़े खुसी के साथ पूरे मन से किहा। अउर इआ काम नीच कमाई के खातिर न किहा।