9 काहेकि हम तोंहईं पंचन काहीं अजमामँइ के उद्देस्य से इआ लिखेन तय, अउर हम इआ जानँइ चाहत रहेन हय, कि तूँ पंचे हमरे सगली बातन काहीं मानँइ के खातिर तइआर हया, कि नहीं?
अउर हम इहय बात तोंहईं एसे लिखेन हय, कि कहँव अइसा न होय, कि जब हम तोंहरे पंचन के लघे अई, त जिनसे हमहीं आनन्द मिलँइ चाही, त हम उनहिन के कारन दुखी होई; काहेकि हमहीं तोंहरे सगले जनेन के ऊपर इआ बात के भरोसा हय, कि जउन आनन्द हमार हय, उआ तोंहरव पंचन के घलाय आनन्द हय।
काहेकि हम तोंहईं पंचन काहीं बड़े दुखी मन से अउर बड़े कस्ट के साथ आँसू बहाय-बहाइके इआ लिखेन हय; पय तोहईं पंचन काहीं दुखी करँइ के खातिर नहीं, बलकिन एसे लिखेन हय, कि जउने तूँ पंचे हमरे प्रेम काहीं जानिल्या, कि हम तोंहसे केतना प्रेम करित हएन।
हम इआ बात काहीं एसे बताइत हएन, कि जब उनखे जीबन माहीं दुख-मुसीबत के कारन बड़ी परिच्छा आईं तय। तऊ ऊँ पंचे खुसी रहे हँय, अउर उनखे ऊपर भारी गरीबी आय गे रही हय। तऊ उनखर दान देंइ के उदारता कम नहीं भय, बलकिन बढ़िनगे रही हय।
एसे हे हमार पियार साथिव, जब हम तोंहरे साथ माहीं रहेन हय, त तूँ पंचे हमेसा हमरे हुकुमन काहीं मानत रहे हया, उहयमेर अबहिनव निकहा से माना, भले हम तोंहरे लघे नहिं आहेन, तऊ परमातिमा के भय मानत, अउर उनखर सम्मान करत, जउन मुक्ती तोंहईं पंचन काहीं मिली हय, ओहिन के मुताबिक काम करा।
पय तूँ पंचे, तीमुथियुस काहीं अजमाइके जानिव लिहा हय, कि जइसन लड़िका अपने बाप के साथ मेहनत करत हय, उहयमेर खुसी के खबर के प्रचार करँय माहीं ऊँ हमरे साथ मेहनत किहिन हीं।
हम तोंहरे ऊपर बिसुआस करित हएन, कि तूँ हमरे हुकुम काहीं जरूर मनिहा, एसे हम तोंहईं इआ चिट्ठी लिख रहेन हय, अउर हम इहव जानित हएन, कि जउन हम तोंहईं कहित हएन, ओही तूँ ओहू से बढ़िके करिहा।