जब सीलास अउर तीमुथियुस मकिदुनिया प्रदेस से आएँ, त पवलुस बचन सुनामँइ के धुन माहीं लगे रहे हँय, अउर यहूदी लोगन काहीं गबाही देत रहे हँय, कि “यीसुअय मसीह आहीं।”
मसीही मन्डली के अध्यच्छ काहीं, जेही परमातिमा मसीही मन्डली के लोगन के देख-रेख करँइ के काम सउँपिन हीं, एसे उनहीं बेकसूर होंइ क चाही; अउर ऊँ अड्डी न होंय, अउर न गुस्सइल होंय, अउर न झगड़लुअय होंय, अउर न दारुअय पिअँइ बाले होंय, अउर गलत काम कइके पइसा कमाँय बाले न होंय।
इहइमेर बुढ़ान मेहेरिअन काहीं सिखाबा, कि उनखर चाल-चलन पबित्र चाल चलँइ बाले मनइन कि नाईं होय; ऊँ दुसरेन के ऊपर दोस लगामँइ बाली न होंय, अउर दारू पिअँइ बाली न बनँय, बलकिन निकही बात सिखामँइ बाली बनँय।