मसीह के बिरोधी हमरे पंचन के बीचय म से निकरे हँय, पय सही माहीं ऊँ हमार पंचन के साथी न होंहीं; काहेकि अगर ऊँ पंचे हमरे पंचन म से होतें, त ऊँ पंचे हमरे साथय माहीं रहतें, पय ऊँ हमहीं पंचन काहीं छोंड़िके एसे चलेगें हें, कि ऊँ पंचे इआ देखाय सकँय, कि उन म से कोऊ सही माहीं हमार पंचन के कोऊ न होंहीं।