काहेकि अबिसुआसी मंसेरुआ अपने मेहेरिआ के कारन पबित्र ठहरत हय, अउर इहइमेर अबिसुआसी मेहेरिआ अपने मंसेरुआ के कारन पबित्र ठहरत ही, नहीं त तोंहार पंचन के लड़िका-बच्चा असुद्ध होतें, पय अब त ऊँ पंचे पबित्र हें।
हम पंचे परमातिमा के ऊपर बिसुआस करित हएन, एहिन से इआ बात काहीं जाने पाएन हय, कि परमातिमा अपने बचन के द्वारा संसार काहीं बनाइन हीं। पय जउन कुछू हम पंचे देखित हएन, उनहीं परमातिमा देखाँइ बाली चीजन से नहीं बनाइन आय।