एसे अपना पंचे आपन अउर अपने पूरे झुन्ड के रखबारी करी; जउने खातिर पबित्र आत्मा अपना पंचन काहीं अँगुआ ठहराइन हीं; कि अपना पंचे परमातिमा के मसीही मन्डली के रखबारी करी, जेही ऊँ अपने खून से मोल लिहिन हीं।
कि अगर हमरे आमँइ माहीं समय लग जाय, त तूँ जान लिहा, कि परमातिमा के घराना माहीं, जउन जिन्दा परमातिमा के मसीही मन्डली आय, अउर मसीही मन्डलिन, सत्य के नेव अउर खम्भा आय, ओमाहीं मनइन के आचरन कइसन होंइ चाही, इआ जानिल्या।